मोटर बीमा होगा महंगा
बोझ : ओडी सेगमेंट का प्रीमियम 10-15 फीसदी तक बढऩे की संभावना
वृद्धि तय
: ओडी सेगमेंट का प्रीमियम संशोधित करेंगी साधारण बीमा कंपनियां
: लेबर चार्ज बढऩा और स्पेयर पाट्र्स महंगे होना मुख्य वजह
अधिक असर कहां
इसका ज्यादा असर महंगी कारों और मिड सेगमेंट की कारों के प्रीमियम पर दिखेगा
थर्ड पार्टी मोटर बीमा प्रीमियम महंगा होने के बाद अब मोटर बीमा धारकों को ओन डैमेज (ओडी) सेगमेंट में भी ज्यादा प्रीमियम चुकाना पड़ेगा। साधारण बीमा कंपनियां लेबर कॉस्ट और स्पेयर्स पाट्र्स की कीमतों में बढ़ोतरी के मद्देनजर ओडी सेगमेंट का प्रीमियम 10-15 फीसदी तक बढ़ा सकती हैं। इसका ज्यादा असर महंगी कारों और मिड सेगमेंट की कारों के प्रीमियम पर दिखेगा।
वृद्धि तय
: ओडी सेगमेंट का प्रीमियम संशोधित करेंगी साधारण बीमा कंपनियां
: लेबर चार्ज बढऩा और स्पेयर पाट्र्स महंगे होना मुख्य वजह
अधिक असर कहां
इसका ज्यादा असर महंगी कारों और मिड सेगमेंट की कारों के प्रीमियम पर दिखेगा
थर्ड पार्टी मोटर बीमा प्रीमियम महंगा होने के बाद अब मोटर बीमा धारकों को ओन डैमेज (ओडी) सेगमेंट में भी ज्यादा प्रीमियम चुकाना पड़ेगा। साधारण बीमा कंपनियां लेबर कॉस्ट और स्पेयर्स पाट्र्स की कीमतों में बढ़ोतरी के मद्देनजर ओडी सेगमेंट का प्रीमियम 10-15 फीसदी तक बढ़ा सकती हैं। इसका ज्यादा असर महंगी कारों और मिड सेगमेंट की कारों के प्रीमियम पर दिखेगा।
निजी क्षेत्र की साधारण बीमा कंपनी भारती अक्सा जनरल इंश्योरेंस के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ.अमरनाथ अनंतनाराणन ने 'बिजनेस भास्कर' को बताया कि ओडी सेगमेंट में भी मोटर बीमा प्रीमियम महंगा हो सकता है। महंगाई की दर अगर 10 फीसदी के आधार पर देखें तो पिछले एक वर्ष में लेबर कॉस्ट बढ़ी है और डॉलर के मुकाबले रुपये के कमजोर होने से स्पेयर पाट्र्स का आयात भी महंगा हुआ है।
ऐसे में साधारण बीमा कंपनियां ओडी सेगमेंट का प्रीमियम 10 फीसदी तक बढ़ा सकती हैं। अनंतनारयणन का कहना कि महंगाई के कारण रिपेयरिंग लागत में भी इजाफा हुआ है। इसमें कर्मचारियों को ज्यादा वेतन देना भी शामिल है। अनंतनारयणन के मुताबिक, थर्ड पार्टी सेगमेंट में प्राइसिंग साधारण बीमा कंपनियों को तय करनी चाहिए।
बीमा नियामक थर्ड पार्टी दरों को नियंत्रण मुक्त करने पर विचार कर रहा है। इससे साधारण बीमा कंपनियां जोखिम के आधार पर प्रीमियम तय कर सकेंगी। बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस के हेड (मोटर इंश्योरेंस) विजय कुमार का कहना है कि अगले एक-दो माह में साधरण बीमा कंपनियां ओडी सेगमेंट का प्रीमियम संशोधित कर सकती हैं।
पिछले एक वर्ष के दौरान लेबर चार्ज 15-20 फीसदी बढ़ा है। महंगाई की दर के आधार पर स्पेयर पाट्र्स भी महंगे हुए हैं। विजय कुमार के मुताबिक हाल ही में थर्ड पार्टी प्रीमियम बढ़ा है। ऐसे में बीमा कारोबार के लिहाज से बीमा कंपनियां एक वर्ष पूरा होने पर थर्ड पार्टी प्रीमियम बढऩे के असर का आकलन करने के बाद ओडी सेगमेंट का प्रीमियम संशोधित करेंगी।
वहीं, सरकारी क्षेत्र की एक साधारण बीमा कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि नए वाहनों की बिक्री कम होने से नई गाडिय़ों का बीमा कारोबार पहले से कमजोर चल रहा है। ऐसे में ओडी सेगमेंट में प्रीमियम बढ़ाने की गुंजाइश कम है। हालांकि, महंगाई बढऩे के कारण बढ़ी हुई रिपेयेरिंग कॉस्ट का बोझ तो ग्राहकों को ही उठाना पड़ेगा।
मोटर बीमा कवर दो तरह का होता है- थर्ड पार्टी कवर और ओन डैमेज कवर। मोटर व्हीकल एक्ट के तहत हर वाहन धारक के लिए थर्ड पार्टी कवर लेना जरूरी होता है। थर्ड पार्टी कवर दुर्घटना होने पर पीडि़त को मुआवजे के लिए कवर मुहैया कराता है। वहीं, ओडी कवर गाड़ी को होने वाले नुकसान के खिलाफ कवर मुहैया कराता है।
मोटर बीमा कवर दो तरह का होता है- थर्ड पार्टी कवर और ओन डैमेज कवर। मोटर व्हीकल एक्ट के तहत हर वाहन धारक के लिए थर्ड पार्टी कवर लेना जरूरी होता है। थर्ड पार्टी कवर दुर्घटना होने पर पीडि़त को मुआवजे के लिए कवर मुहैया कराता है। वहीं, ओडी कवर गाड़ी को होने वाले नुकसान के खिलाफ कवर मुहैया कराता है।
बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) ने हाल ही में थर्ड पार्टी प्रीमियम की दरों में औसतन 13 फीसदी तक वृद्धि की है। इसके तहत कार और टैक्सियों के लिए थर्ड पार्टी प्रीमियम 20 फीसदी तक बढ़ाया गया है।
- बिजनेस भास्कर, 1 April, 2014
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